Yoga: तिलौथू के स्वर्णकार निःशुल्क पाठशाला में वंचित और गरीब परिवार के बच्चों को योग और ध्यान का महत्व सिखाते हुए मीनू कुमारी ने बच्चों की एकाग्रता और मानसिक विकास पर योग के सकारात्मक प्रभाव को उजागर किया। उन्होंने बताया कि रोजाना मात्र 5 मिनट तक आंखें बंद कर ध्यान मुद्रा में बैठने से न केवल एकाग्रता बढ़ती है, बल्कि मस्तिष्क का विकास भी होता है। इससे बच्चे पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, और सीखे हुए शब्दों व जानकारियों को लंबे समय तक याद रख सकते हैं।
हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय से बीएससी योग की छात्रा मीनू कुमारी, तिलौथू न्यू एरिया बाबूगंज की निवासी हैं। छुट्टियों के दौरान वह अपने गांव लौटकर सामाजिक सेवा में सक्रिय हो जाती हैं। बच्चों और समाज के अन्य वर्गों के लोगों को योग और ध्यान के माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सुधारने की प्रेरणा देती हैं।
इस बार मीनू ने सामाजिक कार्यकर्ता सत्यानंद के नेतृत्व में संचालित निःशुल्क पाठशाला में एक सप्ताह का विशेष योग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम में 30 बच्चे भाग ले रहे हैं और योग के फायदों का अनुभव कर रहे हैं। मीनू ने बताया कि योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य को ही नहीं सुधारता, बल्कि मानसिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देता है।
इस पहल से बच्चों के अंदर न केवल आत्मविश्वास बढ़ रहा है, बल्कि उनमें नई ऊर्जा और सकारात्मक सोच का संचार हो रहा है। मीनू कुमारी का यह प्रयास न केवल समाज के वंचित वर्गों के बच्चों के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह समाज में बदलाव लाने की दिशा में एक सराहनीय कदम भी है। उनके इस कार्य से बच्चों को बेहतर भविष्य की राह दिखाई दे रही है।